44. NABI KARIM SALLALLAHO ALAIHIWASALLAM KI HAYATE TAYYABA

               (Page No.44)

  नबीए करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम कि हयाते तय्यबा  

नामे मुबारक :-
🎲मुहम्मद (दादा ने रखा)
🎲अहमद (वलिदाह ने रखा)
पैदाइश तारिख :-
🎲12 रबीउल अव्वल सन 570 .
पैदाइश दिन :-
🎲पीर।
पैदाइश का वक़्त :-
🎲सुबह सादिक़।
पैदाइश का शहर :-
🎲मक्का शरीफ।
दादा का नाम :-
🎲शैबा-अब्दुल मुत्तलिब (कुनियत-अबुल हारिस)
दादी का नाम :-
🎲फातिमा।
वालिद का नाम :-
🎲अब्दुल्लाह (कुनियत-ज़बीह)
वालिदा का नाम :-
🎲बीबी आमना (कुनियत-अबुल क़ासिम)
नाना का नाम :-
🎲वाहब बिन अब्दे मुनाफ।
खानदान :-
🎲क़ुरैश।
दूध पिलाने वाली ख़ादिमा :-
🎲उम्मे एयमन. हलीमा सादिया।
वालिद का इंतेक़ाल :-
🎲आपकी पैदाइश से पहले।
वालिदा का इंतेक़ाल :-
🎲जब आपकी उम्र 6 साल कि थी
(आपकी वालिदा का इंतेक़ाल अब्वा नाम
कि जगह पर हुवा,
जो मक्का और मदीना के बीच में है)
🎲वालिद और वालिद एके इंतेक़ाल के बाद।
आपकी परवरिश :-
🎲दादा अब्दुल मुत्तलिब ने कि
दादा के इंतेक़ाल के वक़्त आपकी उम्र 8 साल थी।
दादा ने परवरिश कि :-
🎲2 साल।
दादा के बाद आपकी परवरिश कि :-
🎲चाचा अबु तालिब ने की।
आपके लक़ब :-
🎲अमीन। (अमानतदार) और सादिक़। (सच्चा)
पहला तिजारती सफ़र :-
🎲मुल्के शाम।
पहला निकाह :-
🎲हज़रते
खदीजा रदियल्लाहो तआला अन्हा। (मक्का के
लोग ताहिरा नाम
से पुकारते थे)
निकाह के वक़्त उम्र :-
🎲25 बरस।
हज़तरे खदीजा रदियल्लाहु
तआला अन्हा कि उम्र :-
🎲40 बरस।
ऐलाने नुबुव्वत के वक़्त उम्र :-
🎲40 बरस।
पहली वही कि जगह :-
🎲ग़ारे हिरा
(ग़ारे हिरा जबले नूर पहाड़ पर है)
वही लाते थे :-
🎲हज़रते जिब्रईल अलैहिस्सलाम।
पहला नाज़िल लफ्ज़ :-
🎲इक़रा (पढ़ो)
सबसे पहले औरतो में इस्लाम क़ुबूल किया :-
🎲हज़रते खदीजा रदियल्लाहु तआला अन्हा ने।
सबसे पहले मर्दो में इस्लाम क़ुबूल किया:-
🎲हज़रते अबु बक़र सिद्दीक़ रदियल्लाहो तअला अन्हु
ने।
सबसे पहले बच्चो में इस्लाम क़ुबूल किया:-
🎲हज़रते अली रदियल्लाहो तअला अन्हु ने।
आप आप के साथी बेठा करते थे :-
🎲दारे अकरम
(दारे अकरम सफा पहाड़ पर है)
पसीना मुबारक :-
🎲मुश्क़ से ज्यादा खुशबूदार था।
आप जिस रास्ते से गुज़रते थे लोग पुकार उठते
कि यहाँ आप
का गुज़र हुवा है।
साया :-
🎲आप का साया नही था।
कद:-
🎲 ज्यादा लम्बे कम दरमियानी था।
भवे :-
🎲मिली हुई थी।
बाल :-
🎲घने और कुछ घुमाव दार थी।
आँखे:-
🎲माशा अल्लाह बढ़ी और सुर्ख डोरे वाली।
कुफ्फार मक्का ने बोकात किया:-
🎲नुबुव्वत के ऐलान के 9 वे
साल में।
ताइफ़ का सफ़र :-
🎲शव्वाल सन 10 नबवी।
हज़रते खदीजा अबु तालिब का इंतिक़ाल :-
🎲ऐलाने नुबुव्वत के
दसवे साल मे।
(इस साल को अमूल हुजन भी कहा जाता है)
हिजरत :-
🎲ऐलाने नुबुव्वत के 13 साल बाद।
हिजरत के वक़्त उम्र शरीफ :-
🎲53 साल।
मक्का से हिजरत :-
🎲मदीना कि जानिब।
हिजरत के साथी :-
🎲हज़रते अबु बक़र सिद्दीक़
रदियल्लाहो तअला अन्हु।
हिजरत के वक़्त आपने पनाह ली:-
🎲ग़ारे सौर यहाँ आपने तीन
राते गुज़ारी।
इस्लामी तारीख का आगाज़ :-
🎲आपकी हिजरत से।
पहली जंग :-
🎲गजवाये बद्र इसमें मुसलमानो कि तादाद 313 और
काफिरो कि 1000 थी।
हज़रते ज़ैनब से निकाह:-
🎲हिजरत के पांचवे साल।
आपने निकाह किये :-
🎲ग्यारह।
(इतने निकाह आपने इस्लाम और इस्लाम
कि तालीमात को फैलाने
के लिए किये)
दन्दाने मुबारक शहीद हुवे :-
🎲जंगे उहद में।
सबसे बढे दुश्मन :-
🎲अबु लहब, अबु जहल।
पर्दा के वक़्त उम्र शरीफ :-
🎲63 बरस।
पर्दा किया :-
🎲मदीना मुनव्वरा में।
🎲एक मर्तबा दुरूदे पाक का नजराना पेश कीजिये।
🎲अगर आपकी खुबिया बयान करे तो ज़िन्दगी कम
है।
🌼 मेरे परवरदिगार पुरी दुनीया मे जीतने लोग
वफात पा चूके हे उनकी मगफीरत फरमा . . आमिन
🌼 उनहे कबर के अजाब से माफ फरमा . . . आमिन
जो बीमार हे या परेशान हे तू अपने करम से माफ
फरमा
. . . आमिन
🌼 ओर उनकी बीमारी ओर परेशानी को दूर
फरमा. . . आमिन
🌼 ओर मेरे परवरदिगार जीसने मुझे ये दुआ भेजी हे
उसके तमाम गुनाहो को माफ फरमा. . . . .
आमिन
🌼 ओर हर काम मे कामयाबी अता फरमा . . .
आमिन
🌼 ओर उसके नसीब खोल दे. . आमीन
🌼 अपने लीए जरूर दुआ करवाए नजाने कीसकी जुबान
से आपकी तकदिर सवर जाए
आपकी खास दुआऔ में गुनाहगार को याद रखना !
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*_अल्लाह हमे अपने महबूब हुज़ूर सल्लल्लाहों अलैहि वसल्लम।  के सदके इसी तरह इल्मे दीन सीखने समझने और अमल करने की तौफ़िक अता करे।_*


             //
आमीन//

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