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एक मोमिन दूसरे मोमिन के लिए इस तरह है जैसे इमारत के , इसका एक हिस्सा दूसरे हिस्से को थामे रहता है
🌹 ﺃﻋﻮﺫ ﺑﺎﻟﻠﻪ ﻣﻦ ﺍﻟﺸﻴﻄﺎﻥ ﺍﻟﺮﺟﻴﻢ 🌹 🌹بسم الله الرحمن الرحيم🌹
*тαƒѕєєℓ*•┈┈┈┈••✦✿✦••┈┈┈┈•*🌹📑 "हजरत अबु मूसा अशअरी रदिअल्लाहु अन्हु ने कहा नबी-ए-करीम ﷺ ने फ़रमाया : एक मोमिन दूसरे मोमिन के लिए इस तरह है जैसे इमारत के , इसका एक हिस्सा दूसरे हिस्से को थामे रहता है गिरने नहीं देता फिर आप ने अपनी उंगलिओं को कैंचि की तरह कर लिया...
*📚 ( सहीह अल-बुखारी /6026/6027) 📚*
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ﺣَﺪَّﺛَﻨَﺎ ﻣُﺤَﻤَّﺪُ ﺑْﻦُ ﻳُﻮﺳُﻒَ، ﺣَﺪَّﺛَﻨَﺎ ﺳُﻔْﻴَﺎﻥُ، ﻋَﻦْ ﺃَﺑِﻲ ﺑُﺮْﺩَﺓَ، ﺑُﺮَﻳْﺪِ ﺑْﻦِ ﺃَﺑِﻲ ﺑُﺮْﺩَﺓَ ﻗَﺎﻝَ ﺃَﺧْﺒَﺮَﻧِﻲ ﺟَﺪِّﻱ ﺃَﺑُﻮ ﺑُﺮْﺩَﺓَ، ﻋَﻦْ ﺃَﺑِﻴﻪِ ﺃَﺑِﻲ ﻣُﻮﺳَﻰ، ﻋَﻦِ ﺍﻟﻨَّﺒِﻲِّ ﺻﻠﻰ ﺍﻟﻠﻪ ﻋﻠﻴﻪ ﻭﺳﻠﻢ ﻗَﺎﻝَ " * ﺍﻟْﻤُﺆْﻣِﻦُ ﻟِﻠْﻤُﺆْﻣِﻦِ ﻛَﺎﻟْﺒُﻨْﻴَﺎﻥِ، ﻳَﺸُﺪُّ ﺑَﻌْﻀُﻪُ ﺑَﻌْﻀًﺎ * ." ﺛُﻢَّ ﺷَﺒَّﻚَ ﺑَﻴْﻦَ ﺃَﺻَﺎﺑِﻌِﻪِ ".🌹•┈┈┈┈••✦✿✦••┈┈┈┈•🌹
🌹📑हजरत अबु हुरैरा रदिअल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया मोमिन दूसरे मोमिन का आईना है , और मोमिन दूसरे मोमिन का भाई है जो नुक्सान को उससे दूर करता है और उसकी गैर मौजुदगी में उसकी हिफाज़त करता है...
*📚 ( सुनन अबु दावूद,बुक 3 /1486) 📚*
🔮 *🌹📖 Al-QuraaN 📖🌹* 🔮
ﺣَﺪَّﺛَﻨَﺎ ﺍﻟﺮَّﺑِﻴﻊُ ﺑْﻦُ ﺳُﻠَﻴْﻤَﺎﻥَ ﺍﻟْﻤُﺆَﺫِّﻥُ، ﺣَﺪَّﺛَﻨَﺎ ﺍﺑْﻦُ ﻭَﻫْﺐٍ، ﻋَﻦْ ﺳُﻠَﻴْﻤَﺎﻥَ، - ﻳَﻌْﻨِﻲ ﺍﺑْﻦَ ﺑِﻼَﻝٍ - ﻋَﻦْ ﻛَﺜِﻴﺮِ ﺑْﻦِ ﺯَﻳْﺪٍ، ﻋَﻦِ ﺍﻟْﻮَﻟِﻴﺪِ ﺑْﻦِ ﺭَﺑَﺎﺡٍ، ﻋَﻦْ ﺃَﺑِﻲ ﻫُﺮَﻳْﺮَﺓَ، ﻋَﻦْ ﺭَﺳُﻮﻝِ ﺍﻟﻠَّﻪِ ﺻﻠﻰ ﺍﻟﻠﻪ ﻋﻠﻴﻪ ﻭﺳﻠﻢ ﻗَﺎﻝَ " * ﺍﻟْﻤُﺆْﻣِﻦُ ﻣِﺮْﺁﺓُ ﺍﻟْﻤُﺆْﻣِﻦِ ﻭَﺍﻟْﻤُﺆْﻣِﻦُ ﺃَﺧُﻮ ﺍﻟْﻤُﺆْﻣِﻦِ * ﻳَﻜُﻒُّ ﻋَﻠَﻴْﻪِ ﺿَﻴْﻌَﺘَﻪُ ﻭَﻳَﺤُﻮﻃُﻪُ ﻣِﻦْ ﻭَﺭَﺍﺋِﻪِ " .
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🌹📑हजरत अन-नुमान बिन बशीर रदिअल्लाहु अन्हु बयान करते थे के रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया तुम मोमिनो को आपस में एक दूसरे के साथ रहमत मुहब्बत का मामला करने और एक दूसरे के साथ लुत्फ़ खोई में एक जिस्म जैसा पाओगे के जब इसका कोई टुकड़ा भी तकलीफ में होता है, तो सारा जिस्म तकलीफ में होता है ऐसा के नींद उड़ जाती है और जिस्म बुखार में मुब्तला हो जाता है...
*📚 ( सहीह अल-बुखारी हदीस, 6011/जिल्द नं, 7 ) 📚*```🔮 *🌹📖 Al-QuraaN 📖🌹* 🔮
ﺣَﺪَّﺛَﻨَﺎ ﺃَﺑُﻮ ﻧُﻌَﻴْﻢٍ، ﺣَﺪَّﺛَﻨَﺎ ﺯَﻛَﺮِﻳَّﺎﺀُ، ﻋَﻦْ ﻋَﺎﻣِﺮٍ، ﻗَﺎﻝَ ﺳَﻤِﻌْﺘُﻪُ ﻳَﻘُﻮﻝُ ﺳَﻤِﻌْﺖُ ﺍﻟﻨُّﻌْﻤَﺎﻥَ ﺑْﻦَ ﺑَﺸِﻴﺮٍ، ﻳَﻘُﻮﻝُ ﻗَﺎﻝَ ﺭَﺳُﻮﻝُ ﺍﻟﻠَّﻪِ ﺻﻠﻰ ﺍﻟﻠﻪ ﻋﻠﻴﻪ ﻭﺳﻠﻢ " * ﺗَﺮَﻯ ﺍﻟْﻤُﺆْﻣِﻨِﻴﻦَ ﻓِﻲ ﺗَﺮَﺍﺣُﻤِﻬِﻢْ ﻭَﺗَﻮَﺍﺩِّﻫِﻢْ ﻭَﺗَﻌَﺎﻃُﻔِﻬِﻢْ ﻛَﻤَﺜَﻞِ ﺍﻟْﺠَﺴَﺪِ * ﺇِﺫَﺍ ﺍﺷْﺘَﻜَﻰ ﻋُﻀْﻮًﺍ ﺗَﺪَﺍﻋَﻰ ﻟَﻪُ ﺳَﺎﺋِﺮُ ﺟَﺴَﺪِﻩِ ﺑِﺎﻟﺴَّﻬَﺮِ ﻭَﺍﻟْﺤُﻤَّﻰ ."========================================================================*_अल्लाह हमे अपने महबूब हुज़ूर सल्लल्लाहों अलैहि वसल्लम के सदके इसी तरह इल्मे दीन सीखने समझने औरअमल करने की तौफ़िक अता करे।_* 🔷🕌🔷🕌🔷🕌🔷 /आमीन/