*(4)* हजरते बुरीदा रजियल्लाह तआला अनहु ने कहा कि
हुजूर अलैहिस्सलातु वस्सलाम ने हजरते अली रजियल्लाह तआला अनहु से फरमाया कि ऐ अली (अजनबी औरत पर) एक निगाह के बाद दूसरी निगाह मत डालो कि यकायक पड़ जाने वाली पहली निगाह तुम्हारे लिए मुआफ है । दो बारा देखना जाइज नहीं । (तिरमिजी)
*(5)* हजरते जाबिर रजियल्लाह तआला अनहु ने कहा कि
हुजूर अलैहिस्सलातु वस्सलाम ने फरमाया कि औरत शैतान की सूरत में आगे आती है और शैतान की शक्ल में पीछे जाती जब तुम में से किसी को दूसरे की औरत अच्छी मालूम हो फिर उस का ख्याल दिल में जम जाये तो वह अपनी औरत के पास चला जाये और उससे हमबिस्तरी कर ले इसलिए कि ऐसा करना उस के दिल के ख्याल को दूर कर देगा। *(मुस्लिम शरीफ)*