60. Hazrat Ali Radi allahu anhu ki shaan

                                                                               (Page No.60)


Hazrat Ali Radi allahu anhu ki shaan-

अबू सरीहा या ज़ैद बिन आरक़म रदी अल्लाहू अन्हुमा से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया जिस का मैं मोला ( यानी खास दोस्त) हूँ उसके अली भी मोला (खास दोस्त) है
जामिया तिरमिज़ी ,जिल्द 2, 1645 -सही

साद बिन वकास रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने अली रदी अल्लाहू अन्हु के लिए फरमाया जिसका मैं मोला ( यानी दोस्त) हू उसके अली (रदी अल्लाहू अन्हु) भी मोला (यानी दोस्त) हैं और (उन्होंने अली रदी अल्लाहु अन्हु से फ़रमाया) तुम मेरे नज़दीक ऐसे हो जिसे हारून अलैही सलाम मूसा अलैही सलाम के नज़दीक, मगर मेरे बाद कोई नबी नही है और आपने (ख़ैबर वाले दिन) ये फरमाया की मैं आज झंडा उसके हाथ में दूँगा जो अल्लाह और उसके रसूल से मुहब्बत रखता है ( और वो झंडा अली रदी अल्लाहू को दिया गया )
सुनन इब्न माजा, जिल्द 1, हदीस 121-सही
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
*_अल्लाह हमे अपने महबूब हुज़ूर सल्लल्लाहों अलैहि वसल्लम।  के सदके इसी तरह इल्मे दीन सीखने समझने और अमल करने की तौफ़िक अता करे।_*


             //
आमीन//


Post a Comment (0)
Previous Post Next Post