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जिस घर में लडकिया होती है तो आसमान से रोज़ाना उस घर पर 12 रहमते नाज़िल होती हैं
*ﺃَﻋُﻮْﺫُ بِاللّٰهِ مِنَ الشَّيْطَانِ الرَّجِيم*
*بِسْمِ اللّٰهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيم*ِ
*اللَّهُمَّ صَلِّ عَلَى مُحَمَّدٍ وَ*ّ *عَلَى آلِ مُحَمَّدٍ كَمَا* *صَلَّيْتَ عَلَى إِبْرَاهِيم*َ *وَعَلَى آلِ إِبْرَاهِيمَ إِنَّكَ حَمِيدٌ مَجِيد*
ٌ *اللَّهُمَّ بَارِكْ عَلَى مُحَمَّدٍ و*َّ *عَلَى آلِ مُحَمَّدٍ كَما* *بَارَكْتَ عَلَى إِبْرَاهِيمَ وَعَلَى آلِ إِبْرَاهِيمَ إِنَّكَ حَمِيدٌ مَجِيد*
*□☆TAFSEEL☆□*
_हुजूर ﷺ इरशाद फरमाते है कि "जिस घर में लडकिया होती है तो आसमान से रोज़ाना उस घर पर 12 रहमते नाज़िल होती हैं और उस घर की फ़रिश्ते ज़ियारत करते हैं और उस लड़की के माँ-बाप के नाम-ए-आमाल में रोज़ाना साल भर की इबादत का सवाब लिखा जाता है_
*(●👇📚हवाला📚👇●)*
*📚 नुज़हतुल मजालिस जिल्द,2/सफा 83*
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*_📢हमारा मिशन सिर्फ इल्म-ए-दीन सिखने और सिखाने का📢_*
*☝हमारी दावत एक सच्चे दीन की*
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*_अल्लाह हमे अपने महबूब हुज़ूर सल्लल्लाहों अलैहि वसल्लम के सदके इसी तरह इल्मे दीन सीखने समझने औरअमल करने की तौफ़िक अता करे।_*
/आमीन/